शाम होते ही तेरा इंतजार है Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps May 24, 2025 मेरा दिल तेरा तलबगार है। कैसी बेवफाई तेरा कैसा प्यार है।। मैं तुझसे दूर जाना चाहता हूं मगर। शाम होते ही तेरा इंतजार है।। डॉ. अमन शुक्ला शशांक Read more
मुक्तक Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps May 24, 2025 मॉल सस्ता है तू तू हजारी नही। हारने वाली खेली मैंने पारी नही तुझे साथ लेकर मैं जाता मगर। क्या करूं अब तू कुंवारी नहीं।। डॉ. अमन शुक्ला शशांक Read more
मुक्तक Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps May 20, 2025 गले से जो नही उतरे हम ऐसा जाम लेते हैं। सुबह से शाम तक हम तो तेरा ही नाम लेते हैं। ये तुझसे दूर रहने की मेरी कैसी है मजबूरी। तेरी जब याद आती है तो दिल को थाम लेते हैं।। डॉ. अमन शुक्ला शशांक Read more
ऑपरेशन सिंदूर Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps May 08, 2025 बच्चे आंख नहीं दिखाते कभी बाप की ओर। वर्ना बच्चों की बर्बादी का आ जाता है दौर।। Dr. Aman Shukla"Shashank" Read more